नकलंग मंदिर जोधावास | nakalang mandir jodhaavaas
शुक्रवार, 3 जून 2022
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नकलंग मंदिर जोधावास | nakalang mandir jodhaavaas
नकलंग देव मंदिर का इतिहास
एक बार जोधावास गाँव मे बाढ आई थी उस बाढ मे तेरता पाठ आया और जाल का गीरा हुआ पेड़ था उसमे पाठ दो घोड़े के साथ जाल के पेड़ मे अटक गया, बाद में
गाँव के एक मेघवाल व्यक्ति को रात को स्वपने मे नकलंग देव ने आकर बताया कि मेरा नाम नकलंग है जाल के गीरे हुए पेड़ मे मेरा पाठ पर सवार दो घोड़े है और मेरा उसी जगह मंदिर बनाओ फिर मेघवाल जाती के व्यक्ति ने पुरे जोधावस गाव वालो को बात बताई फिर ग्राम वासीयो ने पेडला(छोटा मंदिर) बनाया
श्री निरंकारी नंकलग देव मन्दिर जोधावास
समस्त सनातन धर्म प्रेमीयो और समस्त जोधावास ग्राम वासियों को अवगत करवाते हुए अत्यन्त हर्ष हो रहा है कि श्री इन्द्रभारती जी महाराज, श्री सन्तोषभारती महाराज और श्री हरिगिरिजी महाराज मुर्ति प्राण प्रतिष्ठा के वर्ष गाँठ को 7 वर्ष पुरे होने पर श्री नंकलग प्रभु मन्दिर जोधावास के स्थान पर भव्य आयोजन किया जा रहा है। जिसमे आप सब जरुर जरुर पधारे और सेवा और सहयोग का लाभ प्राप्त करे।
श्री नंकलग प्रभु का आशीर्वाद आप सब पर हमेशा बना रहे। 🚩🚩
विशेष सुचना
रात्रि भजन संध्या दिं 03/06/2022
भोजन प्रसादी दिं 04/06/2022 को भोजन प्रसादी रखी गई है।
निवेदक :- श्री विजियगिरीजी महाराज नंकलग देव मन्दिर जोधावास
निरंकारी नकलंग देव का मेला कब भरता है?
नकलिंग देव मेला दो चरणो मे भरता है
- माघ महीने कि दुज
- भाद्रपद महीने कि दुज
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स्कुल, हॉस्टल या अन्य किसी भी प्रसारण के लिए संपर्क करे :- 7877980477 ,9929285776
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