जल परमाने माछली | jal paramaane maachhalee
जल परमाने माछली, कुल परमाने शुद्धि । जाको जैसा गुरु मिला, ताको तैसी बुद्धि
||jal paramaane maachhalee, kul paramaane shuddhi,jaako jaisa guru mila,
taako taisee buddhi ||
जल परमाने माछली, कुल परमाने शुद्धि ।
जाको जैसा गुरु मिला, ताको तैसी बुद्धि ||
हिंदी अनुवाद :-जल के परिमाप के अनुसार ही छोटी-बड़ी मछलियां तालाब व नदी आदि में होती हैं और ऊंचे-नीचे कुल के परिमाप के अनुसार ही प्रायः स्वाभाविक कम-विशेष शुद्धि रहती है। ठीक इसी प्रकार जिसको जैसा गुरु मिलता है, उसकी वैसी ही बुद्धि प्राप्त होती है।
कठिन शब्दार्थ
सब धरती कागज करूं, लिखनी सब बन राय।
सात समुद्र की मसि करूं, गुरु गुण लिखा न जाया॥
हिंदी अनुवाद:- पृथ्वी को कागज करूं, सब जंगल को कलम, सातों समुद्रों को स्याही बनाकर लिखने पर भी गुरु के गुण को नहीं लिखा जा सकता।
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मूल ध्यान गुरु रूप है, मूल पूजा गुरु पांव।
मूल नाम गुरु वचन है, मूल सत्य सतभाव॥
भावार्थ :- ध्यान का मूल गुरु का ही रूप है, पूजा का मूल रूप गुरु चरणों की आराधना है। मूल नाम गुरु के ही वचन हैं, मूल सत्य के साक्षात्कार के लिए सत्य की जिज्ञासा ही मूल है।
गुरु मूरति आगे खड़ी, दुतिया भेद कछु नाहिं |
उन्हीं को परनाम करि, सकल तिमिर मिट जाहि||
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